आस्तीन के साँप – Aasteen Ke Saanp

कुछ ऐसे लोग भी हैं जो दिल को जलाने वाले हैं
बाद में एहसास होता है कि अरे! हमने तो आस्तीन के सांप पाले हैं

वह रिश्तो की बात करेंगे बोल भी मीठे होंगे और अपने भी लगेंगे
मगर वह ज़िन्दों के साथ मुर्दों को भी बेचकर खाने वाले हैं

उनका काम होता है जज्बातों को रौंदकर आगे निकल जाना
ये बेईमान बस दौलत के चाहने वाले हैं

उनको दूर से जब देखो सफेदपोश हैं बड़े सफेद दिखाई देंगे
लेकिन ऐसे लोगों के दिल कोयले से भी काले हैं

कुछ मक्कार होते हैं उन्हें मक्कारी पर फ़ख़्र भी होता है
भूल जाते हैं उनके गुनाह उनके बच्चे भुगतने वाले हैं

                            ✍️ अनवर ख़ान “इंक़लाब”

Bolnatohai

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