मेरी ज़िंदगी अब आपकी होगी ये मेरा इरादा है।
कभी न छूटेगा ये साथ अब तुझसे ये वादा है।
ये इश्क़ की किताब अब ज़रूर मुक़म्मल होगी,
भले ही अब तक इसका हर एक पन्ना सादा है।
मोहब्बत तो तुझे भी है तेरी आँखों मे दिखता है,
वो बात अलग है कि मुझे तुझसे कुछ ज़्यादा है।
उसे मेरी हर धड़कन,हर ख़्वाहिश की ख़बर तो है
समझता है, दिखावा ऐसे करता है जैसे नादां है
मुझे तेरी ज़रूरत है, तुझे भी मेरी ज़रूरत है,
अब तेरी खुशियां भी मेरी हैं और तेरा ग़म भी आधा है।