जिस प्रकार शरीर को प्रोटीन,विटामिन्स एवं अन्य तत्वों की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार ही शरीर को अमीनो एसिड्स की भी अत्यंत आवश्यकता होती है।
सरल भाषा में अगर समझाया जाए तो जिस प्रकार एक गाड़ी को चलाने के लिए ईंधन की ज़रूरत तो होती है, लेकिन केवल ईंधन से गाड़ी नहीं चल सकती। गाड़ी को चलाने के लिए ईंधन के साथ इंजन ऑयल, ब्रेक ऑयल, पानी आदि की भी ज़रूरत होती है।
ये सब पर्याप्त मात्रा में अगर होंगे तभी गाड़ी चलेगी नहीं तो टैंक फुल होने के बावजूद भी गाड़ी खड़ी हो जाएगी।
उसी प्रकार शरीर की मांसपेशियों और कोशिकाओं के लिए प्रोटीन सबसे अधिक आवश्यक तो है, लेकिन उसके साथ साथ विटामिन्स, अमीनो एसिड, मिनरल्स, वसा, कार्बोहाइड्रेट भी अत्यंत आवश्यक हैं। बिना इनकी पर्याप्त मात्रा के भी शरीर नहीं चल सकता शरीर के विकास में इनका भी बहुत महत्वपूर्ण रोल होता है।
अन्य तत्वों की तरह शरीर के विकास के लिए अमिनो एसिड की भी आवश्यकता होती हैं। प्रोटीन बनाना और उसका प्रयोग अमिनो एसिड के माध्यम से ही होता है इसलिए मनुष्यों के लिए हर रोज अमिनो एसिड लेना आवश्यक है। यह वो तत्व है जो कुछ दूसरे तत्वों की भांति शरीर अपने अंदर संरक्षित नहीं कर पाता, इसलिए आहार के माध्यम से प्रतिदिन लिया जाना चाहिए।
एमिनो एसिड मुख्यतः तो प्रकार होते हैं –
आवश्यक एमिनो एसिड essential amino acids
मुख्यता इनका निर्माण शरीर नहीं कर सकता तो इन्हे अपने प्रतिदिन के आहार के माध्यम से लेना बहुत ज़रूरी होता है।
आवश्यक एमिनो एसिड के प्रकार
ट्रिप्टोफैन
थीरियोनिन
मेथिओनिन
फेनिलएलनिन
हिस्टडीन
लाइसिन
आइसोलियुसिन
लियुसिन
वेलिन
गैर-आवश्यक एमिनो एसिड Non essential amino acids
ये आमतौर पर हमारे शरीर में लिवर में बन जाते हैं और उसके साथ आप इन्हें खाद्य पदार्थों के माध्यम से भी ले सकते हैं।
गैर–आवश्यक एमिनो एसिड के प्रकार
ग्लूटॉमिक एसिड
एलानिन
ग्लूटामाइन
आर्जिनिन
एस्पैराजिन
ग्लाइसिन
टायरोसिन
एस्पार्टिक एसिड
सिस्टीन
प्रोलाइन
सेरीन
अमिनो एसिड के बहुत फायदे हैं। अमिनो एसिड का मुख्य कार्य शरीर से थकान को कम करने, अत्याधिक वसा या चर्बी ( fat ) को दूर करने, दिमागी जो भी कार्य होते हैं उनको बढ़ाना, शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन को कम करने, प्रोटीन द्वारा मांसपेशियों के बनाने में तेजी लाने और शरीर में होने वाले किसी भी प्रकार के नुकसान को ठीक करने का काम करता है।
लियुसिन, आईसोल्युसिन और वेलीन ये तीन तरह के ऐसे अमिनो एसिड हैं जो शरीर के लिए बेहद जरूरी होते हैं। इन तीनों के समूह को बीसीएए (BCAA) के नाम से भी जाना जाता है।
आजकल वर्कआउट करने वाले किसी भी व्यक्ति के जिम बैग में झांको तो वहां BCAA का एक डिब्बा अवश्य मिलेगा। मांसपेशियों को बढ़ाने के साथ उनके टूटे हुए फाइबर की रिपेयर करने, व उनके टूटने के बाद आने वाली सूजन को कम करने में BCAA और उसमें मौजूद ग्लूटामाइन का अहम रोल होता है।
इसके साथ BCAA का कार्य शरीर एवं पेट की चर्बी को कम करने और शरीर की कार्यक्षमता को बढ़ाने के साथ वर्कआउट के दौरान शरीर को डिहाइड्रेड नहीं होने देना भी है।
जब आप शारीरिक कार्य अधिक करते हैं, तब मांसपेशियों में खिंचाव आता है और उनको नुकसान होता है। मांसपेशियों में होने वाला यह नुकसान कुछ समय के बाद आपने आप सही हो जाता है और इसको सही होने में एक निश्चित समय लगता है।
एमिनो एसिड मांसपेशियों में होने वाले इस नुकसान को तेजी से ठीक करने का काम करता है। “ट्रिप्टोफैन” (tryptophan) नामक एमिनो एसिड शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन के लिए आवश्यक माना जाता है।
यह हार्मोन आपके मूड को अच्छा रखने के लिए सबसे ज़रूरी होता है और आपको स्ट्रेस फ्री रखता है ट्रिप्टोफैन की सहायता से आपका मस्तिष्क बेहतर कार्य कर पाता है और आपका मस्तिष्क शांत रहने के साथ उसको मानसिक शांति भी मिलती है।
जब आप सुबह उठते हैं उसी समय दिन की शुरुआत से ही आपके शरीर में एनर्जी का मुख्य स्त्रोत कहा जाने वाला “ग्लाइकोजिन” या सरल भाषा मे ग्लूकोज़ खर्च होना शुरु हो जाता है। ये जितनी तेजी से खत्म होगा आप उतनी ही जल्दी शरीर में थकान महसूस करेंगे और आपको नींद आने लगती है।
अब विशेषज्ञों ने ये पता लगाया है कि अगर अमिनो एसिड युक्त आहार लेते हैं तो आप अपने ग्लाइकोजिन के स्तर को बढ़ा सकते हैं। साथ ही शरीर में अमिनो एसिड की पर्याप्त मात्रा होने से आपका शरीर ग्लाइकोजिन या ग्लूकोज़ के खर्च होने की गति को भी काफी धीमा कर देता है जिससे शरीर कार्य अधिक करने लगता है और थकान कम महसूस होती है।
मांसपेशियों के बनने में अहम रोल अदा करता है
जब आप वर्कआउट करते हैं तो आपकी मांसपेशियां फूल जाती हैं उस समय उन मांसपेशियों को प्रोटीन की आवश्यकता होती है अमिनो एसिड उसी प्रोटीन को अपना कार्य करने को बाध्य करता है। उसके साथ मांसपेशियों की रिपेयर भी करता है।
उपचार में सहायक होता है
शरीर के अधिकतर हिस्सों में प्रोटीन अहम भूमिका अदा करता है। यह बालों, मांसपेशियों, कोशिकाओं, ऊतकों और नाखूनों के बनने के लिए महत्वूर्ण होता है। प्रोटीन शरीर के किसी हिस्से में हुई क्षति को ठीक करने का काम करता है वो प्रोटीन सुचारू रूप से कार्य करे उसके लिए अमीनो एसिड ही कार्य करता है।
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अमिनो एसिड के नुकसान
अमिनो एसिड वेसे तो नुकसान दायक नहीं होते किन्तु कहते हैं ना कि अति तो हर चीज़ की बुरी होती है पानी और भोजन जैसी आवश्यक वस्तु भी अधिक मात्रा में लेने से शरीर पर दुष्प्रभाव डाल सकती है ये एमिनो एसिड की मात्रा पर निर्भर करते हैं।
हालांकि अधिकांश एमिनो एसिड हानिरहित होते हैं ज़्यादा मात्रा में लेने से कुछ बहुत ही दुर्लभ मामलों में चिंता, बेचैनी, और दिल अधिक धड़कने के मामले सामने आएं हैं। लेकिन उनका आंकड़ा आपके अंदाज़े से भी कम है वो भी बहुत अधिक मात्रा में लेने से।
BCAA एमिनो एसिड को ज्यादा ले लेने से दुष्प्रभाव नहीं होते हैं, क्योंकि यह आमतौर पर अधिक मात्रा में होने पर दूसरे एमिनो एसिड में परिवर्तित हो जाते हैं या ऊर्जा के रूप में शरीर द्वारा उपयोग में ले लिए जाते हैं या फिर वसा के रूप में शरीर के अंदर ही संग्रहित हो जाते हैं।
फिर भी अगर आपको लिवर या गुर्दे से संबंधित कोई रोग है और आप दवाइयों पर हैं तो इस स्थिति में आप अपने डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं और अगर डॉ को ऐतराज़ न हो क्योंकि ये लाभदायक तत्व हैं तब भी आप एमिनो एसिड की अधिक मात्रा ना लें।
अमीनो एसिड के स्रोत
अंडा, पनीर, मशरूम, मछली, मूंगफली, फलियां, मटर, मसूर की दाल, सोयाबीन
चना, राजमा आदि अमीनो एसिड के प्रमुख स्रोत हैं।
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