बसपा के पूर्व विधायक की हत्या की सुपारी देने पर चेयरमैन गिरफ्तार

बसपा के पूर्व विधायक की हत्या की सुपारी देने पर चेयरमैन गिरफ्तार

अलीगढ़ के खैर से बसपा के पूर्व विधायक और वर्तमान में रालोद नेता प्रमोद गौड़ की हत्या सुपारी देने पर खैर चेयरमैन समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है

अलीगढ़ के खैर से बसपा के पूर्व विधायक और वर्तमान में रालोद नेता प्रमोद गौड़ की हत्या की साज़िश किसी आपराधिक धारावाहिक के एपिसोड जैसी है।  हत्या की साज़िश की गुत्थी उसी प्रकार सुलझाई गई जैसे पाठकों ने सीरियल और फिल्मों में देखा होगा। मोबाइल कॉल्स, सीसीटीवी फुटेज, इत्तेफ़ाक़ से हुई घटनाएं, ये सब किसी आपराधिक फ़िल्म जैसे चरित्र रचती हैं, और अंत में फिल्मों की भांति ही पुलिस आखिरकार अपराधियों तक पहुंच ही जाती है। और उसके बाद होते हैं कई सनसनीखेज खुलासे। चलिए आपको एक एक करके इस अपराध की साज़िश और उसकी कहानी के बारे में बताते हैं। अलीगढ़ के खैर से बसपा के पूर्व विधायक और वर्तमान में रालोद नेता प्रमोद गौड़ की हत्या के लिए बुलंदशहर के गिरोह को 25 लाख की सुपारी देने के मामले में पुलिस ने बुधवार को खैर के चेयरमैन समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने एक सेंट्रो कार, हत्या की सुपारी के लिए एडवांस के तौर पर दिये गए एक लाख रुपये और कई हथियार भी बरामद किए हैं।

खैर इंटर कॉलेज में प्रमोद गौड़ के रसूख और भूमि पर कब्ज़े को लेकर विवाद

अलीगढ़ एसपी देहात पलाश बंसल ने बताया कि पूर्व विधायक और चेयरमैन में तनातनी काफी दिनों से चल रही है। पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ ने 27 अगस्त को खैर चेयरमैन संजीव कुमार उर्फ बिट्टू अग्रवाल आदि के विरुद्ध उन्हें धमकाने का मुकदमा दर्ज कराया था और अपनी हत्या की साज़िश की बात कही है। उससे पूर्व में भी प्रमोद गौड़ की हत्या का प्रयास हो चुका है लेकिन उस समय एक जैसी शर्ट पहने होने के कारण प्रमोद गौड़ के स्थान पर उनके बेहद करीबी और कारोबारी विजय गंगल की हत्या कर दी गई थी। तब उनके हत्यारों को सज़ा दिलाने के लिए स्वयं प्रमोद गौड़ धरने तक पर बैठे थे। कई दिन तक खुद प्रमोद गौड़ धरने पर बैठे और सुपारी देने वाले और साजिशकर्ता का नाम उजागर करने की आवाज उठी। मगर आज तक खुलासा नहीं हो सका, रुपयों की देनदारी से जुड़े विवाद में इलाके के कुछ लोगों द्वारा विजय गंगल की हत्या कराया जाना उजागर कर पुलिस ने केस दाखिल कर दिया।

अब इस बार प्रमोद गौड़ की हत्या से पहले ही साज़िश का पता चल गया। जांच में पता लगा कि प्रमोद गौड़ एवं संजीव कुमार सिंचाई विभाग की जमीन पर कब्जे को लेकर रंजिश चली आ रही है। आरोपियों के फोन रिकॉर्ड व अन्य साक्ष्य जुटाए गए जांच में कुछ संदिग्ध व्यक्ति भी सामने आए उसके बाद उनकी लोकेशन खंगाली गई। जांच के बाद शक के आधार पर संजय शर्मा निवासी देवीपुरा, बुलंदशहर, राहुल शर्मा उर्फ सोनू शर्मा निवासी कृष्णा नगर देवीपुरा, करन सैनी निवासी छसियाबाद थाना सिकंदराबाद, बुलंदशहर एवं बुलंदशहर के हिस्ट्रीशीटर राजकुमार जाट आढ़ती निवासी खुर्जा ज़िला बुलंदशहर को पूछताछ के लिए उठाया गया। इसमें सामने आया कि राजकुमार से संजीव कुमार उर्फ बिट्टू की मुलाकात ठेकेदार विकास शर्मा उर्फ बॉबी के माध्यम से हुई। राजकुमार से 25 लाख रुपये में पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ की हत्या करने की सुपारी तय की गई।

हिस्ट्रीशीटर राजकुमार ने जेल में किए गुर्गे तैयार

 

पुलिस पूछताछ में हिस्ट्रीशीटर राजकुमार ने बताया कि जेल में संजय शर्मा, राहुल शर्मा से उसकी मुलाकात हुई थी। प्रमोद गौड़ की हत्या किए जाना तय होने के बाद उसने इन सभी से संपर्क किया गया और 6 अगस्त को रेकी के लिए अलीगढ़ लाया गया। खैर में होटल टाउन प्लाजा में इन सभी को विकास उर्फ बॉबी द्वारा ठहराया गया, जिसकी पुष्टि होटल के अभिलेखों से भी हुई। होटल के बाद सभी को कस्बा खैर में स्थित चेयरमैन संजीव कुमार के कार्यालय में भी रुकवाया गया। जहां के फोटो/वीडियो साक्ष्य भी उपलब्ध हैं। वहीं, उनको हत्या के लिए हथियार दिए गए। इसके बाद प्रमोद गौड़ के घर व कालेज की रेकी करवाई गई, जिसकी पुष्टि सीसीटीवी फुटेज में हुई है।

इसके साथ ही एक लाख रुपये संजीव कुमार द्वारा बतौर एडवांस दिए गए। 12 अगस्त को इनमें से एक बदमाश बबलू पहलवान का ड्राइवर सागर जो देर रात सिगरेट पीने के लिए बाइक से बाहर गया था, उसे स्थानीय थाना खैर की पुलिस (लैपर्ड मोबाइल) ने चोरी की मोटर साइकिल के शक के आधार पर धर लिया था और थाना खैर पर लाया गया था, जिसे छुड़वाने के लिए खैर चेयरमैन संजीव कुमार द्वारा पैरवी की गई। चेयरमैन की पैरवी के बाद सागर को तो छुड़ा लिया गया लेकिन बाइक सीज कर दी गई थी।

वहीं हत्या की साज़िश में संजीव का नाम आने के बाद पार्टी ने संजीव को भाजपा का नेता होने की बात को ही खारिज कर दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि खैर चेयरमैन संजीव कुमार अग्रवाल उर्फ बिट्टू का भाजपा संगठन में कोई दायित्व नहीं है। वह भाजपा से बागी होकर भाजपा के प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव जीते थे। यह निर्दलीय चुनाव जीते थे। कुछ लोग राजनीतिक संरक्षण पाने के लिए खुद को पार्टी समर्थित बताने लगते हैं। संजीव भी स्वयं को भाजपा का नेता बताने लगे इसमें पार्टी कुछ नहीं कर सकती। भाजपा किसी भी अपराधी को कोई संरक्षण नहीं देती है। यह बाबा की सरकार है, पहले ऐसा होता था कि हत्या करने के बाद भी साजिश रचने वाला सामने नहीं आता था मगर अब ऐसा नहीं है। घटना से पहले साजिश रचने वाला सामने आ जाता है, इस प्रकरण में ऐसा ही हुआ है अपने जिले में पूर्व में कई ऐसी घटनाएं भी हुई हैं, जिनमें साजिश रचने वालों के नाम तक सामने नहीं आए।

वहीं पूर्व विधायक प्रमोद गौड़ का कहना है कि मैं शुक्रगुजार हूं एसएसपी, एसपी देहात व उनकी टीम का, जिन्होंने मेरी बात सुनी और उसको बेहद गंभीरता से लेकर इस साज़िश का पर्दाफाश किया अन्यथा ये लोग अपनी साज़िश में सफल हो जाते पूर्व में विजय गंगल की हत्या के समय भी मैं ही निशाने पर था। अब दूसरी बार यह साजिश रची गई। अब पुलिस कार्यवाही कर रही है मुझे पूरा न्याय अवश्य मिलेगा।

जिले के सियासी खेमे में हलचल, गिरफ्तारी पर लगी भीड़ अलीगढ़।

 

ये सही है कि खैर चेयरमैन खुद को कहीं भी कागजों में भाजपाई नहीं लिखते। मगर जिले के दिग्गज भाजपा नेताओं से उनकी करीबी किसी से छिपी नहीं है। भाजपा नेताओं के यहां उनका आना जाना है, पुलिस ने भी इस मामले में बेहद फूंक-फूंककर कदम रखा। पहले साक्ष्य जुटाए उसके बाद जब साक्ष्यों पर विश्वास हो गया तो सुबह चेयरमैन के करीबी ठेकेदार बॉबी को पकड़ा उसके बाद जब साक्ष्यों का मिलान हो गया फिर 4:30 बजे पुलिस भेजकर खैर चेयरमैन को थाने बुलाया गया। थाने आते ही बिना किसी देरी के उन्हें तत्काल एसओजी संग एसपी देहात जिला मुख्यालय पर ले गए। यह खबर कुछ ही देर में पूरे जिले में फैल गई और सियासी खेमे में हलचल मच गई। खबर पर थाने से लेकर, जिला मुख्यालय पर और उसके दीवानी में पेशी के दौरान भीड़ लगी रही।

इन साक्ष्यों से मजबूती से खुली हत्या की साजिश

 

हिस्ट्रीशीटर राजकुमार जाटसंजीव कुमार उर्फ बिट्टू के बीच मार्च 2022 से 11 अगस्त तक कई बार बात हुई और राजकुमार की कस्बा खैर में मौजूदगी भी पाई गई। अगस्त 2022 में राजकुमार जाट व अन्य आरोपियों के बीच हुई फोन पर बात के इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से पाया कि संजय बबलू पहलवान से लगातार बात हुई है। संजीव अग्रवाल उर्फ बिट्टू का ठेकेदार विकास शर्मा उर्फ बॉबी के द्वारा राजकुमार जाट से जनवरी 2022 से 21 अगस्त तक फोन पर हुई बातचीत के साक्ष्य मिले। संजीव अग्रवाल उर्फ बिट्टू की बबलू पहलवान के ड्राइवर सागर उर्फ कालिया से 12 अगस्त को कई बार फोन पर बात हुई है। सागर उर्फ कालिया 8 अगस्त से 13 अगस्त तक खैर में मौजूद रहा। ठेकेदार विकास शर्मा उर्फ बॉबी, संजय राहुल शर्मा व अन्य आरोपी 7 अगस्त से 18 अगस्त तक टेक्स्ट मैसेज, कॉल व व्हाट्स एप से एक-दूसरे से संपर्क में रहे। विकास उर्फ बॉबीराहुल शर्मा की सीसीटीवी फुटेज ( रेकी करते हुए) पुलिस को बतौर साक्ष्य प्राप्त हुई। होटल टाउन प्लाजा में ठहराव संबंधी अभिलेख पुलिस को मिले। संजीव अग्रवाल के कार्यालय से हथियार सप्लाई होने की की फुटेज/वीडियो/फोटो पुलिस को प्राप्त हुई है

जेल भेजे गए अभियुक्त 

विकास शर्मा उर्फ बॉबी संजय पुत्र मुरारी लाल
राहुल शर्मा उर्फ सोनू 
संजीव कुमार अग्रवाल उर्फ बिट्टू
राजकुमार जाट
करन सैनी पुत्र जयप्रकाश

 

Anwar Khan

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