बदायूँ में ट्रिपल मर्डर की गुत्थी सुलझी, पुरानी रंजिश बनी हत्या की वजह। निशानदेही पर अभियुक्तों से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद
ज़िला बदायूँ में कल रात हुए ट्रिपल मर्डर की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है और हत्या के आरोप में दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। निशानदेही पर अभियुक्तों के पास से हत्या में उपयुक्त हथियार भी बरामद किए गए हैं।
कल शाम जिला बदायूं कस्बा उसहैत के गांव में सपा नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख व पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता की उनकी पत्नी एवं मां सहित घर में घुसकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी हत्या के बाद मुझे फरार थे एक साथ तीन लोगों की हत्या से जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आया और आला अधिकारी भी देर रात घटनास्थल पर पहुंचे थे।
मामला उसहैत थाना क्षेत्र के सथरा गांव का है। सोमवार की शाम को पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश गुप्ता और उनकी पत्नी व मां की पुरानी रंजिश में किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
एक के बाद चली गोली से आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई। मौके पर परिवार के अन्य लोग पहुंचे तो तीनों लोग खून से लथपथ पड़े थे। तीनों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी। एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की खबर तुरंत पुलिस को दी गई तो अधिकारियों के भी होश उड़ गए। आनन-फानन में पुलिस अधिकारी मौके के लिए रवाना हो गए। घटना के बाद गांव में दहशत फैल गई थी। घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया और पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था।
इस हत्याकांड को लेकर पुलिस भी तुरंत सक्रिय हुई और सुबह होते होते हत्या का खुलासा कर दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त रविन्द्र दीक्षित पुत्र रामादीन एवं सार्थक दीक्षित पुत्र रविन्द्र दीक्षित रिश्ते में बाप और बेटे हैं और दोनों का पुराना आपराधिक इतिहास है।
हत्या में गिरफ्तार अभियुक्त पर राकेश गुप्ता के पिता राजेन्द्र गुप्ता की हत्या का भी आरोप है। मृतक सपा नेता अपने पिता की हत्या में पैरवी कर रहे थे इसलिए अभियुक्तों ने उनकी भी हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त हथियार भी अभियुक्तों की निशानदेही पर बरामद किये गए।
अभियुक्तों का मृतक राकेश गुप्ता और उसके परिवार से सन् 1972 से राजनीतिक मतभेद एवं वर्चस्व को लेकर विवाद चला आ रहा है तथा प्रत्येक प्रधानी, ब्लाक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में एक दूसरे के विरुद्ध रहते थे। पूर्व में भी इन लोगो में आमने सामने कई बार विवाद हो चुका है। मृतक राकेश गुप्ता के पिता रामकृष्ण गुप्ता की हत्या अभियुक्त रविन्द्र दीक्षित ने ही की थी जिसके चलते आपसी तनाव काफी ज्यादा बढ गया। उपरोक्त विवादों के चलते न्यायालय में मृतक अभियुक्तों के विरुद्ध कड़ी पैरवी कर रहा था। इस कारण अभियुक्त रविन्द्र दीक्षित ने साथियों सहित योजनाबद्ध तरीके से इस घटना को अंजाम दिया।