आज के व्यस्तता के दौर में लोगों के पास समय की बहुत किल्लत है। लोग सुबह से शाम तक व्यस्त रहते हैं जिससे थकान होना स्वाभाविक है। इसके साथ आजकल जिस प्रकार की जीवन पद्धति है उसमें व्यक्ति शाम होते होते केवल शारिरिक रूप से ही नहीं मानसिक रूप से भी थककर चूर हो जाता है।
ऐसे में व्यक्ति शाम होते होते निढाल हो जाता है। ऐसे में उसके पास स्वयं के लिए समय ही नहीं बचता, जिसमे वो अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रह सके।
सुस्त लाइफ़ स्टाइल
शाम को व्यक्ति थका हारा घर लौटता है और फिर भोजन करके परिवार के साथ समय गुजारता है, कभी टीवी पर कुछ देखना हो या परिवार के साथ समय व्यतीत करना या परिवार वो सब कुछ आराम की मुद्रा में ही करना चाहता है।
लगातार ऐसे ही जीवन व्यतीत करने के कारण स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं होना स्वाभाविक है। इसी कारण लोगों में मोटापा और तोंद का निकलना बड़ी आम बात हो गयी है। बाद में यही बढ़ता मोटापा और तोंद कई प्रकार के रोगों को शरीर मे आमंत्रित करती है और स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं होना आरंभ हो जाती हैं।
और आजकल स्ट्रेस वाली ज़िन्दगी के साथ दिमाग पर बहुत अधिक स्ट्रेस के कारण वजन घटना शुरू हो जाता है। वजन बढ़ना और घटना आजकल बड़ा आम हो गया है। एक जिम ट्रेनर और जिम ओनर होने के कारण मेरे पास ऐसे लोगों का आना बड़ा आम है, और ये दोनों ही गंभीर समस्या बनती जा रही हैं।
कैलोरी क्या है?
What is calorie?
इन समस्याओं का सीधा संबंध आपके खान पान और उसमे मौजूद ऊर्जा से है, यानी दूसरे शब्दों में कहें तो कैलोरी से है। अब प्रश्न ये है कि ये कैलोरी है क्या? शरीर को किसी भी काम को करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। उसी ऊर्जा को कैलोरी कहा जाता है, और ऊर्जा का स्रोत भोजन होता है। आपका शरीर एनर्जी उत्पन्न नहीं कर सकता उसके लिए आपका शरीर भोजन पर निर्भर होता है।
यही कैलोरीज़ ही आपके वजन बढ़ने और घटने का मुख्य कारण है और सारा खेल ही इसी का होता है। आपके शरीर को जितनी कैलोरीज की ज़रूरत है अगर आप उससे अधिक लेते हो तो वजन बढ़ता है और उससे कम कैलोरीज लेते हो तो आपका वजन घटता है।
आप जो भी खाते हैं शरीर उसमें से ऊर्जा को संरक्षित कर लेता है जब वो कार्य करता है तो वही ऊर्जा उसको चलाती है। अधिक कैलोरीज लेने से वो स्टोर हो जाती है।
जब शरीर को ऊर्जा की आवश्यकता होती है तो शरीर उसी स्टोर ऊर्जा को उपयोग में ले लेता है। जब वो लगातार खाता जाता है तो यही ऊर्जा इकट्ठी होती रहती है तो फैट यानी चर्बी की शक्ल में शरीर मे इकट्ठी होती जाती है।
बहुत सारे लोगों का अक्सर ये कहना होता है कि मैं सब कुछ खाता हूं उसके बावजूद भी मेरा वजन नहीं बढ़ता है, तो उसका भी एक मात्र कारण पर्याप्त मात्रा में कैलोरीज का नहीं लेना है। एक व्यक्ति को कितनी कैलोरीज चहिए इसका पता लगाना आज के स्मार्ट दौर में कोई मुश्किल नहीं रहा है।
इसके लिए BMR (Besal metabolic rate) कैलक्युलेटर का प्रयोग कर सकते हैं। जिसके लिए आप गूगल (google) करके या ऐप डाउनलोड भी कर सकते हैं। इस कैलक्युलेटर में सांस लेने,ब्लड सर्कुलेशन सही रखने,भोजन को डाइजेस्ट करने,शरीर के तापमान को बनाए रखने आदि के साथ आपकी दिनचर्या के क्रियाकलापों में कितनी ऊर्जा खर्च होती है सबका हिसाब किताब होता है।
आपको वजन बढ़ाने और उसको कम करने के लिए कितनी कैलोरीज लेनी चाहिए?
How many calories should you take to gain and lose weight?
Wazan badane aur kam karne ke liye kitni calories leni chahiye in hindi.
एक पाउंड बॉडी फैट में लगभग 3500 कैलोरी होती हैं, आपको बस यही याद रखना है। इसी के हिसाब से आपको वजन कम करना और बढ़ाना है। आप पहले अपने शरीर के लिए प्रतिदिन आवश्यक कैलोरीज का हिसाब लगाइए और पूरे दिन के भोजन में 500 कैलोरीज कम लीजिए। इससे एक वीक में 3500 कैलोरीज यानी एक पाउंड वजन कम होगा।
जिन लोगों को वजन बढ़ाना है यही 500 कैलोरीज प्रतिदिन की आवश्यकता से बढ़ाकर, इसी हिसाब से आप अपना वजन बढ़ा भी सकते हैं। वजन बढ़ाने के लिए आपके रोज़मर्रा के कार्यों और वर्कआउट में खर्च हुई कैलोरी से लगभग 500 कैलोरी अधिक खानी चाहिए।
एक नार्मल लाइफस्टाइल वाले व्यक्ति को कितनी कैलोरी की आवश्यकता होती है?
How many calories does a normal lifestyle person need?
Ek vyakti ko ek din mein kitni calories ki zarurat hoti hai in hindi
अगर आपकी दिनचर्या एकदम नार्मल है तो आपकी रोज़मर्रा की ऊर्जा 2500 से 3000 कैलोरीज तक हो सकती है। यदि आपको वजन बढ़ाना है तो आप अपने भोजन में 500 कैलोरीज प्रतिदिन बढ़ा सकते हैं।
अगर वो वजन कम करना चाहता है तो आपको 500 कैलोरीज़ कम करने की जरूरत होगी। इसको आप BMI कैलक्युलेटर से भी पता लगा सकते हैं।
उसी के द्वारा आप कैलोरीज का काउंट भी कर सकते हैं, कि आपने क्या और कितना खाया और उसमें कितनी कैलोरीज हैं?
इस प्रकार से आप अपने पूरे दिन का हिसाब रख सकते हैं। अब ये बहुत आसान हो गया है। आप google भी करके पता लगा सकते हैं।
इन कैलक्युलेटर और google के माध्यम से कौन से भोजन में कितनी कैलोरीज, कितना कार्बोहाइड्रेट, कितना प्रोटीन, कितना फैट, कितना फाइबर, और कितना विटामिन और मिनरल्स हैं? सबकी जानकारी भी ले सकते हैं।
अधिक कैलोरीज कैसे बर्न कर सकते हैं?
How can burn more calories?
Zyada calories kese burn kar sakte hain in hindi
आप फिजिकल एक्टिविटीज के लिए आप जिम जॉइन कर सकते हैं। आजकल हर छोटे-बड़े शहर और कस्बे-गांवों तक में जिम और फिटनेस सेंटर खुल गए हैं। आप वहां जाकर वर्कआउट कर सकते हैं, बस ध्यान रखिये जो आपका ट्रेनर हो वो पढ़ा लिखा और अनुभवी हो।
जिसको शरीर के बारे में ज्ञान हो वो केवल स्टेरॉयड और दवाइयों से बॉडी बनाकर जिम का ट्रेनर न बन गया हो अगर ऐसा हुआ तो वो आपको भी स्टेरॉयड की सलाह देगा तो उससे दूरी बनाना ही आपके और आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
आपने अक्सर खबरें सुनी होंगी कि कई नामी गिरामी बॉडी बिल्डरों की जान हार्ट फेल होने से चली जाती है। उसका कारण केवल ये स्टेरॉयड ही होते हैं।
आप इसके लिए मेरा स्टेरॉयड से संबंधित ब्लॉग पढ़ सकते हैं जिसमें सब जानकारी विस्तृत रूप में उप्लब्ध है तो ऐसे लोगों से दूर रहें आपका शरीर किसी के द्वारा उसके साथ खिलवाड़ के लिए नहीं बना है।
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इसके लिए कार्डियो एक्सरसाइज सबसे बेहतर होती हैं जिनसे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल भी लो होता है। और आप बहुत तेज़ी से वजन कम करते हैं और स्ट्रेस फ्री भी महसूस करते हैं।
कार्डियो एक्सरसाइज में दौड़ना, चलना, स्विमिंग, साइकिल चलाना, रस्सा कूदना, सीढ़िया चढ़ना और कार्डियो वर्कआउट करना आदि आते हैं। उसके साथ आजकल लोग वजन कम करने के लिए ज़ुम्बा, एरोबिक, और डांस क्लासेज भी जॉइन कर रहे हैं, जिनसे आपकी कैलोरीज बहुत तेज़ी से बर्न होती हैं।
आपके जो भी ट्रेनर होंगे अगर वो अनुभवी हैं तो वो बेहतर तरीके से आपका वर्कआउट करवा सकते हैं, अन्यथा यूट्यूब पर कार्डियो, एरोबिक व ज़ुम्बा और डांस, वर्कआउट से संबंधित हज़ारों वीडिओज़ हैं।
उसके साथ प्ले स्टोर (play store) पर बहुत सारी एप्पलीकेशन्स भी मौजूद हैं जिसमें पूरे महीने का वर्कआउट प्लान होता है। आप मुझसे भी पूछ सकते हैं में आपको कोई अच्छी ऐप रिकमंड कर दूंगा। जो आपके लिए बहूत लाभदायक होगी।
इन एक्टिविटीज में आप कितनी कैलोरीज बर्न कर रहे हैं उसके लिए आप किसी अच्छी कंपनी के फिटनेस बैंड का उपयोग भी कर सकते हैं। जो आपको बताता रहेगा कि आपकी कितनी कैलोरीज बर्न हो रही हैं या हो चुकी हैं।
एक बात का हमेशा ध्यान रखिये कि संसार का कोई जिम या कोई ट्रेनर तब तक कुछ नहीं कर सकता जब तक आप स्वयं कुछ न करना चाहें, क्योंकि जिम में एक दिन में केवल आप 1 या 2 घंटे बिता सकते हैं बाकी 22 या 23 घंटे की ज़िंदगी भी आपको उसी अनुशासन से बितानी होगी तभी रिजल्ट आएंगे।
तो सबसे पहले स्वयं में विश्वास जगाएं और खुद से कहें कि ये मुझे ही करना है और हां मैं कर सकता हूँ आपका यही आत्मविश्वास आपको आपकी इंद्रियों पर जीत दिलाएगा।
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