आखिर वही हुआ जिसका किसानों को 15 महीने से इंतज़ार था 15 महीने की जद्दोजहद के बाद आखिर केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है आज राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का निर्णय लिया है इसको किसानों की बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है।
किसान आंदोलन के दौरान काफी कुछ घटित हुआ बहुत सारे किसानों की जान भी गयी देश मे उनके समर्थन और विरोध दोनो ही में लोग खड़े हुए कहीं न कहीं ये आंदोलन कांग्रेस पार्टी के लिए संजीवनी बूटी का काम कर गया किसान नेता राकेश टिकैत कई मौकों पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तारीफ कर चुके हैं।
राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने बड़ा एलान किया। उन्होंने कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया। पीएम मोदी ने कहा, कृषि में सुधार के लिए तीन कानून लाए गए थे, लेकिन इसका कुछ किसान संगठनों ने विरोध किया। इतनी पवित्र बात पूर्ण रूप से किसानों के हित की बात हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए। ऐसे में कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया है।