नहीं थम रहा डेंगू से होने वाली मौतों का सिलसिला, सहसवान में व्यापारी के इकलौते 12 वर्षीय पुत्र की मौत से घर में कोहराम। स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका प्रशासन अनजान।
जिला बदायूं में पिछले काफी दिनों से डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड का प्रकोप जारी है।अब तक जिले में इन बीमारियों से कई लोगों की मौत हो चुकी है, किंतु स्वास्थ्य विभाग और अधिकारी इन मौतों से अनजान हैं।
स्वास्थ्य विभाग तो जिले में डेंगू बीमारी को मानने को ही तैयार नहीं हैं वहीं नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों ने भी अपनी आंखें बंद कर ली हैं।
मच्छररोधी दवाओं के छिड़काव के नाम पर केवल कागज़ी कार्यवाही की जा रही है लोगों का कहना है कि न तो फॉगिंग ही रही है न ही नालियों में मच्छररोधी दवा का छिड़काव किया जा रहा है।
ज़िला बदायूँ के कस्बा सहसवान में डेंगू से पिछले 2 दिन में दो मौतें हो चुकी हैं।
आज भी सहसवान नगर के एक व्यापारी के इकलौते 12 वर्षीय पुत्र वंश माहेश्वरी की डेंगू से ही मौत हो गई। वंश कक्षा 8 का छात्र था। परिवार में इकलौते पुत्र की मौत से कोहराम मच गया है। माता-पिता का रो रोकर बुरा हाल है। वहीं कल मथुरा निवासी युवक राहुल की भी डेंगू से मौत हो गई। राहुल सहसवान स्थित एक केले के गोदाम पर नौकरी करता था।
कुछ दिन पूर्व उसको बुखार आया, बुखार आने के बाद राहुल अपने गृहनगर मथुरा चला गया था। हालत गिरती देख घरवाले राहुल को आगरा ले गए, जहां राहुल की मौत हो गई। राहुल नामक युवक की 1 वर्ष पूर्व ही शादी हुई थी और कुछ माह की एक बच्ची भी है। राहुल भी अपने परिवार का इकलौता लड़का था। सहसवान में नौकरी करने और बॉडीबिल्डिंग के शोक के कारण नगर के युवाओं से राहुल की बहुत अच्छी दोस्ती थी।
राहुल की मौत से भी कई परिवार सदमे में डूब गए। वहीं स्वास्थ्य विभाग और नगर पालिका प्रशासन ने कई मौतों के बावजूद भी अपनी आंखें बंद कर रखी हैं। लोगों का कहना है कि ना तो नगर में फागिंग की जा रही है और ना ही मच्छर रोधी दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है, जिसके कारण मच्छरों की भरमार है और लोग लगातार बीमार हो रहे हैं। 2 दिन में 2 मौतों के कारण लोगों में नगर पालिका और स्वास्थ्य विभाग के प्रति नाराजगी है। लोगों का कहना है कि इस लापरवाही का बदला हम जल्दी ही होने जा रहे निकाय चुनाव में लेंगे।