महानगर में प्रचार के अंतिम दिन मंगलवार को प्रत्याशियों के रोड शो के चलते दो बार टकराव के हालात बने। एक मर्तबा कांग्रेस के रोड शो में, सिविल लाइंस थाने के सामने रोकटोक पर पुलिस से खींचतान व नोकझोंक हो गई। धक्का-मुक्की कर कांग्रेस समर्थक आगे निकल गए। इस दौरान पुलिस ने कुछ गाड़ियों को भी रोक लिया, जिन्हें बाद में छोड़ा गया। दूसरी बार कांग्रेस व भाजपा के रोड शो के आमने-सामने आने पर सेंटर प्वाइंट पर तनातनी हो गई। मगर प्रत्याशियों की समझदारी से दोनों खेमे अलग-अलग चले गए। पुलिस ने भी गांधी आई पर एक तरफ रास्ता रोककर रोड शो निकलवाया।
अलीगढ़ में कांग्रेस के कोल प्रत्याशी विवेक बंसल द्वारा समर्थकों संग दोपहर में रोड शो निकाला जा रहा था। बिना अनुमति काफी संख्या में समर्थकों संग रोड शो जब पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के सामने पहुंचा, तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया और अनुमति मांगी गई। वहां से किसी तरह बहस के बाद रोड शो आगे बढ़ा, तो पुलिस ने बैरियर लगाकर सिविल लाइंस थाने के सामने इसे रोकने का प्रयास किया। इस दौरान प्रत्याशी कुछ वाहनों संग आगे निकल गए, जबकि पीछे रह गए समर्थकों की पुलिस से भिड़ंत हो गई।
इस दौरान खींचतान व धक्का मुक्की कर समर्थक निकल गए। कुछ पुलिस की सख्ती को देख वापस लौट गए। कुछ वाहनों को पुलिस ने रोक लिया। बाद में जिलाध्यक्ष ने बहस की, तब जाकर वाहन छोड़े गए। इसके बाद सेंटर प्वाइंट पर कांग्रेस के सामने भाजपा के अनिल पाराशर का रोड शो आ गया। इस दौरान दोनों ओर से तनातनी के हालात बने। मगर दोनों प्रत्याशियों ने समझदारी का परिचय दिया और दोनों अलग-अलग रास्तों पर चले गए। यहां भी गांधी आई तिराहे पर पुलिस ने एक तरफ कांग्रेस के रोड शो को रोका। पहले भाजपा का निकलवाया। बाद में कांग्रेस का निकलवाया ताकि टकराव की स्थिति न बने। देर रात सिविल लाइंस मामले में मुकदमे की तैयारी हो रही थी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष सिंह का कहना है कि ये पुलिस ने जानबूझकर किया है। अनुमति तो भाजपा वालों के पास भी नहीं थी। उन्हें क्यों नहीं रोका गया