आज 2 सितंबर बृहस्पतिवार मुम्बई फ़िल्म इंडस्ट्री के लिए बेहद शॉकिंग खबर लेकर आया। जाने माने एक्टर और बिगबॉस 13 के विनर सिद्धार्थ शुक्ला की अचानक हुई मौत ने पूरी इंडस्ट्री के साथ साथ देश वासियों को दुखी करने के साथ साथ चौंका दिया।
एक बेहद फिट नौजवान जो दिखने में बेहद स्वस्थ और एक्टिव हो उसकी अचानक मौत से सदमा लगना कोई हैरत की बात नहीं है। पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद भी शोक की लहर दौड़ गयी थी। कुछ यही हाल सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के बाद भी हुआ है।
उत्तर प्रदेश की संगम नगरी इलाहाबाद और अब प्रयागराज से एक नौजवान अपने सपने लेकर मुम्बई आया। वहां मॉडलिंग से शुरुआत करके बालिका वधु से होता हुआ ये सफर बिगबॉस 13 के बाद सिद्धार्थ शुक्ला को सफलता के इस शिखर तक ले गया जहां पहुंचने का सपना लेकर हज़ारों नौजवान प्रतिदिन मायानगरी में कदम रखते हैं।
सिद्धार्थ शुक्ला की पॉपुलैरिटी का अंदाज़ इसी से लग जाता है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सिद्धार्थ शुक्ला के लाखों फॉलोवर्स थे और ये बिगबॉस विनर गूगल पर मोस्ट सर्चिंग पर्सन ऑफ द ईयर थे।
सिद्धार्थ शुक्ला की जर्नी काफी बढ़िया रही एक इंटीरियर डिज़ाइनर बनने के सपना लिए एक नौजवान किस तरह से सफलता की सीढ़ियां चढ़ता गया ये सब टीवी चैनल्स और न्यूज़ चैनल्स पर दिखाया ही जा रहा है तो उस पर बात नहीं करेंगे। हमारी चिंता कुछ और है एक बेहद फिट नौजवान जिसको देखकर लगता था कि अगर कोई कम्पलीट नौजवान हो तो ऐसा ही होना चाहिए। 6 फुट की लंबाई, सुडौल और सुंदर शरीर, आध्यात्मिक युवक, ज़िन्दगी से भरपूर, दिखने में एकदम चुस्त-दुरुस्त उस नौजवान का इतनी कम उम्र में हार्ट अटैक से दुनिया से चले जाना बेहद देश, दुनिया, और एक्सपर्ट्स के लिए भी बेहद चौंकाने वाला है।
सिद्धार्थ शुक्ला की मौत का अफसोस तो हर उस व्यक्ति को है जिसने सिद्धार्थ शुक्ला को टीवी पर देखा है लेकिन एक बात जो सबके और भी अधिक परेशान कर रही है कि आखिर इतने फिट और जिंदादिल व्यक्ति का अंत ऐसे कैसे हो सकता है। आखिर इतने फिर व्यक्ति की मौत हार्ट अटैक से कैसे हो सकती है।
जो लोग बहुत हैवी वर्कआउट और एक्सरसाइज करते हैं और उसके चक्कर मे स्टेरॉइड्स का सेवन करते हैं और बिना किसी परामर्श के उसकी हैवी डोज़ ले लेते हैं जिसके शरीर पर नकारात्मक प्रभाव होते हैं उन्हें सिद्धार्थ शुक्ला की मौत से अवश्य सबक़ लेना होगा। जैसे कि मैने अपने एक ब्लॉग जो स्टेरॉयड से संबंधित था पहले भी उसमें उल्लेख किया है कि स्टेरॉइड्स की अधिक डोज़ व्यक्ति के हृदय को लचीला और कमज़ोर कर देती है जिससे उसको हार्ट अटैक के खतरे एक आम और साधारण स्वास्थ्य के व्यक्ति की तुलना में अधिक होते हैं।
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डॉक्टर्स के अनुसार ये गारंटी नहीं है कि बहुत अधिक फिट और डाइट के प्रति सजग रहने वाले लोगों को भी दिल से संबंधित कोई रोग नहीं होगा।
पढ़ने में और सुनने में ये बात अटपटी लग सकती है किंतु यही सच है एक फिट और बॉडी बिल्डर व्यक्ति का दिल बेहद कमज़ोर हो सकता है।
उसके साथ जो लोग बहुत अधिक स्मोकिंग करते हैं उनमें भी हार्ट अटैक के खतरे अधिक बढ़ जाते हैं।
बहुत से लोगों को कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर भी नहीं पता होगा। हार्ट अटैक में दिल का धड़कना तब तक बंद नहीं होता जब तक ये कार्डिएक अरेस्ट में न बदल जाये।
विशेषज्ञों के अनुसार अधिक हैवी एक्सरसाइज और स्मोकिंग के कारण रक्त के क्लॉट्स तेजी से बनते हैं। ऐसे में ब्लॉकेज के कम चांस भी और ज्यादा चांस में बदल सकते हैं। आर्टरी जब अचानक से ब्लॉक हो जाती है तो उसका ब्लॉक् होना 100 फीसदी तक हार्ट अटैक को न्यौता देता है। यही ब्लॉकेज के कारण ब्लड फ्लो ठीक से नहीं हो पाता है और ऑक्सीजन की कमी हो जाती है।
आजकल जो लोग जिम में जाकर जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर मे स्टेरॉइड्स का सेवन करते हैं वो अपने दिल से और शरीर से खिलवाड़ करते हैं उन्हें भी सिद्धार्थ शुक्ला की असमय मृत्यु से सबक लेने की आवश्यकता है। आज सिद्धार्थ शुक्ला की अचानक हुई मौत से उनके प्रशंसकों का बुरा हाल है और उनकी मौत ने एकदम से सबको झकझोर कर रख दिया है। सबको प्रतीक्षा है कि आखिर उनके चहेते एक्टर की मौत किस कारण से हुई?